मंजिल तो पाना है।

शिखर पर जाना है।

चाहे कुछ भी हो जाये,

खुद से किये वादा निभाना है।

संजय कुमार निषाद


Thursday, August 7, 2008

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

झण्डा ऊँचा रहे हमारा

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा-2

झण्डा ऊँचा रहे हमारा


सदा शक्ति बरसानेवाला

प्रेम सुधा सरसानेवाला

वीरों को हर्षानेवाला

मार्तभूमि का तन-मन सारा -२

झण्डा ऊँचा ...


स्वतन्त्रता के भीषण रण में

रख (लख?) कर जोश बढ़े क्षण क्षण में

काँपे शत्रु देख कर मन में

मिट जावे भय संकट सारा -२

झण्डा ऊँचा ...


इस झण्डे के नीचे निर्भय

हो स्वराज जनता का निश्चय

बोलो भारत माता की जय

स्वतन्त्रता ही ध्येय हमारा -२

झण्डा ऊँचा ...


शान न इस की जाने पावे

चाहे जान भले ही जावे

विश्व विजय कर के दिखलावे

तब होवे प्रण पूर्ण हमारा -२

झण्डा ऊँचा ...

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